आप इन तरीकों से असली और नकली चार्जर की आसानी से पहचान कर सकते हैं l
1. सरकारी ऐप से सबसे विश्वसनीय पहचान
भारत सरकार के भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) के आधिकारिक ऐप का उपयोग करके आप चार्जर की प्रामाणिकता (Authenticity) जाँच सकते हैं।
- BIS Care ऐप डाउनलोड करें: Google Play Store या App Store से BIS Care ऐप डाउनलोड करें।
- R-Number चेक करें: चार्जर एडॉप्टर या उसके बॉक्स पर छपे R-नंबर (R-XXXXXXXX फॉर्मेट में) को ध्यान से देखें।
- वेरिफाई करें: ऐप खोलें और ‘Verify R-no. under CRS’ विकल्प पर टैप करें।
- जानकारी: R-नंबर दर्ज करें और सर्च करें। अगर चार्जर BIS-प्रमाणित होगा, तो उसकी पूरी जानकारी (ब्रांड, निर्माता, वैधता) स्क्रीन पर आ जाएगी। यदि जानकारी नहीं मिलती है या विवरण मेल नहीं खाते हैं, तो चार्जर नकली हो सकता है।

2. भौतिक बनावट (Physical Build Quality) से पहचान l
चार्जर को हाथ में लेकर उसकी बनावट (Quality) की जाँच करें:
- वजन (Weight): असली चार्जर आमतौर पर नकली चार्जर से भारी होते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि असली चार्जर में उच्च गुणवत्ता वाले ट्रांसफॉर्मर और सर्किट कंपोनेंट लगे होते हैं, जबकि नकली चार्जर हल्के और खोखले महसूस होते हैं।
- सामग्री और फिनिश (Material & Finish): असली चार्जर की प्लास्टिक क्वालिटी मजबूत (Solid), चिकनी और मैट फिनिश वाली होती है। नकली चार्जर में सस्ता, हल्का और चमकदार (Glossy) प्लास्टिक इस्तेमाल होता है, जिसमें जोड़ या किनारे ठीक से कटे हुए नहीं होते हैं।
- पोर्ट फिटिंग: असली चार्जर में USB पोर्ट या चार्जिंग पिन एकदम सही और फिट होता है। नकली चार्जर में पोर्ट ढीला हो सकता है या पिन का अलाइनमेंट (Placement) थोड़ा अजीब लग सकता है।
3. मार्किंग और प्रिंटिंग (Markings and Printing) की जाँच
चार्जर पर छपी जानकारी और लोगो को ध्यान से देखें:
- सुरक्षा सिंबल: असली चार्जर पर CE, FCC, RoHS और सबसे महत्वपूर्ण BIS लोगो जैसे अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय सुरक्षा प्रमाणन चिह्न (Certification Marks) स्पष्ट रूप से मुद्रित होते हैं। नकली चार्जर में ये सिंबल या तो गायब होते हैं या धुंधले (Blurry) या गलत स्पेलिंग के साथ छपे होते हैं।
- टेक्स्ट क्वालिटी: असली चार्जर पर टेक्स्ट (जैसे वोल्टेज, करंट रेटिंग, मॉडल नंबर) तेज और स्पष्ट प्रिंटिंग में होते हैं। नकली चार्जर पर प्रिंटिंग अक्सर धुंधली, असमान या हल्की होती है।
- ब्रांड लोगो: नकली चार्जर में अक्सर ब्रांड के लोगो (Logo) की स्पेलिंग, फॉन्ट या डिजाइन में हल्का सा अंतर होता है ताकि वे कॉपीराइट से बच सकें।

4. उपयोग के दौरान व्यवहार (Behavior During Use)
- अत्यधिक गर्म होना (Overheating): अगर चार्जर चार्जिंग के दौरान बहुत तेज़ी से और बहुत ज़्यादा गर्म हो जाता है (इतना कि उसे छूना मुश्किल हो), तो यह नकली होने का एक स्पष्ट संकेत है। असली चार्जर थोड़े गर्म होते हैं, लेकिन खतरनाक स्तर तक नहीं।
- चार्जिंग स्पीड: नकली चार्जर में अक्सर बताई गई फास्ट चार्जिंग स्पीड नहीं मिलती है।
हमेशा किसी मान्यता प्राप्त स्टोर या आधिकारिक वेबसाइट से ही चार्जर खरीदें ताकि आप धोखाधड़ी से बच सकें।