नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम ने दक्षिण अफ्रीका को तीसरे वनडे में 9 विकेट से करारी शिकस्त देकर सीरीज पर 2-1 से कब्जा जमा लिया है. इस जीत के सबसे बड़े हीरो रहे युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल, जिन्होंने अपने बल्ले की खामोशी तोड़ते हुए शानदार नाबाद 116 रन बनाए. लेकिन, इस ऐतिहासिक पारी के बावजूद एक कड़वा सच यह है कि जायसवाल का वनडे टीम की प्लेइंग इलेवन से बाहर होना लगभग तय माना जा रहा है l

क्यों लटक रही है बाहर होने की तलवार?
यशस्वी जायसवाल ने तीसरे वनडे में शतक जड़कर अपनी क्लास साबित जरूर की है, लेकिन टीम का गणित उनके खिलाफ जा रहा है. दरअसल, जायसवाल को यह मौका नियमित वनडे कप्तान शुभमन गिल के चोटिल होने की वजह से मिला था. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में उन्होंने 3 मैचों में 78 की औसत से 156 रन बनाए, लेकिन अब गिल की वापसी के साथ ही समीकरण बदल जाएंगे l
टीम इंडिया का ‘हाउसफुल’ बैटिंग ऑर्डर
जायसवाल एक स्पेशलिस्ट टॉप-ऑर्डर बल्लेबाज हैं, लेकिन भारतीय वनडे टीम का टॉप ऑर्डर पहले से ही दिग्गजों से सजा हुआ है, जहां जगह बनाना लोहे के चने चबाने जैसा है:
ओपनिंग: रोहित शर्मा और शुभमन गिल की जोड़ी सेट है.
नंबर 3: यह स्थान ‘रन मशीन’ विराट कोहली के पास सुरक्षित है.
मिडिल ऑर्डर: नंबर 4 पर श्रेयस अय्यर और नंबर 5 पर केएल राहुल ने अपनी जगह पक्की कर ली है.
चूंकि जायसवाल मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी नहीं करते, इसलिए गिल की वापसी होते ही उन्हें बेंच पर बैठना पड़ सकता है.

कब मिलेगी परमानेंट जगह?
क्रिकेट जानकारों का मानना है कि यशस्वी जायसवाल को वनडे टीम में नियमित जगह बनाने के लिए अभी लंबा इंतजार करना पड़ सकता है. रोहित शर्मा और विराट कोहली के मौजूदा फॉर्म को देखते हुए कयास लगाए जा रहे हैं कि वे 2027 का वर्ल्ड कप खेल सकते हैं. ऐसे में, इन दोनों दिग्गजों के रिटायरमेंट के बाद ही जायसवाल के लिए टॉप ऑर्डर में कोई स्थायी जगह बनती दिखाई दे रही है.
निष्कर्ष: यशस्वी का शतक यह बताता है कि भारत की ‘बेंच स्ट्रेंथ’ कितनी मजबूत है, लेकिन फिलहाल ‘प्लेइंग-11’ के दरवाजे उनके लिए बंद नजर आ रहे हैं.
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